Top Guidelines Of bhairav kavach



श्रृंगी सलिलवज्रेषु ज्वरादिव्याधि यह्निषु ।।

भगवान शिव ने पांच साल के बच्चे का अवतार धारण किया जिसे बटुक भैरव कहा जाता है।

महाकालोऽवतु क्षेत्रं श्रियं मे सर्वतो गिरा ।

ॐ सहस्रारे महाचक्र कर्पूर धवले गुरुः

नैऋत्यां क्रोधनः पातु उन्मत्तः पातु पश्चिमे।

Spiritual Development: The Kavach is commonly noticed like a Software for spiritual expansion, facilitating a deeper connection with the divine and aiding within the journey towards self-realization.

डाकिनी पुत्रकः पातु पुत्रान् में सर्वतः प्रभुः ।

महाकालोऽक्षेत्रं श्रियं मे सर्वतो गिरा।

पातु शाकिनिका पुत्रः सैन्यं वै कालभैरवः

सततं पठ्यते यत्र तत्र भैरव संस्थितिः।।

मन्त्रेण रक्षते योगी कवचं रक्षकं यतः ।

मन्वन्तरत्रयं स्थित्वा तिर्यग्योनिषु जायते ।

बटुक भैरव कवच का व्याख्यान स्वयं महादेव ने किया है। here जो इस बटुक भैरव कवच का अभ्यास करता है, वह सभी भौतिक सुखों को प्राप्त करता है।

As an example, a Lord Bhairav Kavach which you can use to safeguard by yourself from tantric assaults and black magic.

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